कहानियां
सूखे गांव जो पानीदार हो गए
महाराष्ट्र का विदर्भ क्षेत्र हमेशा से जलसंकट से घिरा रहा है। पानी फाउंडेशन द्वारा की गई पहल से इस अंचल के कई गांवों में पानी सहेजने को लेकर जागरूकता में…
खेती में देसी बीजों की वापसी
भारत के प्रत्येक कृषि अंचल में अपनी भौगोलिक एवं पर्यावरणीय परिस्थितियों की दृष्टिगत स्थानीय कृषि पद्धतियां और बीज विकसित किए हैं। झाबुआ स्थित संपर्क संस्था ने इन्हीं देसी बीजों के…
ऊंट, ऊंटपालक और आजीविका बचाने की पहल
रेगिस्तान में ऊंट की अनिवार्यता को कभी भी नकारा नहीं जा सकता। लेकिन बढ़ते मशीनीकरण से ऊंटों पर ही संकट दिखाई दे रहा है। ऐसे में राजस्थान में काम कर…
भड़ाज गांव बना हाईटेक खेती का रोल मॉडल
जब सूखे और पलायन के लिए कुख्यात भड़ाज गांव के लोग अखबार वालों के पास अपनी खबर छपवाने पहुंचे तो सशंकित पत्रकारों को विश्वास नहीं हुआ। कुछ दिन बाद पत्रकार…
स्वच्छ रहें, स्वस्थ रहें
राजस्थान के बाड़मेर जिले के दूरस्थ गांव देदावास में प्रचलित अंधविश्वासों के कारण आज भी कई परिवारों के साथ स्वच्छता और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को लेकर काम करने की जरूरत…